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प्राकृतिक वैभव सम्पन्न महराजगंज जनपद के पूर्वाेत्तरांचल में चोखराज शिक्षण संस्थान की स्थापना योग्य शिक्षित, प्रशिक्षित एवं कर्म आचार्यों के शिक्षण द्वारा क्षेत्राीय बालक / बालिकाओं के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखकर किया गया है। जिससे वे उच्च प्रशासनिक पदों पर नियुक्त होकर राष्ट्र सेवा में संलग्न होकर अपने माता-पिता के सपनों को साकार कर सकें साथ ही विभिन्न सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दें।
महराजगंज जनपद की पूर्वोत्तर सीमा पर प्रकृति के उन्मुक्त वातावरण में, नगरीय प्रदूषण, मुक्त, प्राकृतिक वैभव से सम्पन्न कप्तानगंज से निचलौल तक जाने वाले राजमार्ग के पूर्वी ओर सिसवां बाजार के निकट, आधुनिक सुख सुविधाओं से सुसज्जित, शिक्षण में मर्मज्ञ, सुसंस्कार सम्पन्न शिक्षित-प्रशिक्षित आचार्यगण के कुशल दिशा निर्देशन से निर्देशित फ्प्रभुदयाल रामधरी तुलस्यान छात्रावासय् विगत चौदह वर्षो से अपनी ज्ञान ज्योति से प्राकृतिक वैभव सम्पन्न किन्तु शैक्षिक दृष्टि से विपन्न इस क्षेत्रा को आलोकित करते हुए अनेक बार प्रदेश के मानस पटल पर अपनी उपलब्धि का इतिहास लिखता आ रहा है। किन्तु फ्क्षणे-क्षणे यत्नवातुपैतितदेवरूपं रमणीयतायाः’ सिद्धान्त से पल-पल परिवर्तनशील प्रकृति में कोई भी उपलब्धि स्थाई नहीं हो सकती क्योंकि फ्प्रत्येक वर्तमान भविष्य का भूत होता हैय् अतः हमारा प्रयास भी सतत् एक ऐसी गुरूकुल परम्परा पर आधरित शिक्षण संस्थान क्षेत्रा की स्थापना हो जो प्राचीन गरिमा को अपने में समाहित करते हुए नवीनता की पराकाष्ठा पर हमारे छात्रों की मेधशक्ति को स्थापित कर विश्व के मानस पटल पर अपना प्रभुत्व स्थापित कर सके। मुझे यह आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि आप अभिभावकों का स्नेह, मनीषियों का आशीष और शुभेच्छुओं की शुभ कामना रूपी त्रिवेणी इसी प्रकार प्रवाहित होती रही तो भविष्य हमारा होगा।
हमारी विशेषतायें
- दशम् तथा द्वादश की बोर्ड परीक्षाओं में छात्रावासीय छात्रों का शत-प्रतिशत परिणाम एवं प्रदेश की वरिष्ठता सूची में स्थान। छात्रावासीय छात्रा जिले तथा प्रदेश स्तर की अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में स्थान प्राप्त कर चुके है।
- स्वच्छ, सुन्दर एवं आधुनिक साज-सज्जा से युक्त तीन खण्डों में निजी भवन।
- सुयोग्य एवं संस्कारित आचार्यो द्वारा नवीन मनोवैज्ञानिक विध्यिों द्वारा अध्यापन।
- संस्कारक्षम वातावरण निर्माण की दृष्टि से जीवन में दैनन्दिनी संस्कारों पर बल।
- प्रत्येक माह के अन्त में सभी विषयों की परीक्षा के आधर पर छात्रों का मूल्यांकन तथा कमजोर छात्रों पर विशेष ध्यान।
- छात्रों के शारीरिक विकास के लिए प्रतिदिन सायंकाल एक घण्टे शारीरिक एवं योग का अभ्यास।
- सामाजिक एवं भौगोलिक ज्ञानार्जन हेतु देशदर्शन यात्रा, ऐतिहासिक स्थलों के दर्शन, शैक्षिक प्रर्दशनी, छात्रा शिविर का आयोजन।
- सभी छात्रों के लिए खेल-कूद की उत्तम व्यवस्था।
- प्रबन्ध् कार्यकारिणी द्वारा छात्रों के प्रोत्साहन हेतु बोर्ड की परीक्षा में प्रदेश, जिले तथा विद्यालय में प्रथम स्थान पाने वालें छात्रा को नगद पुरस्कार स्वरूप देने की घोषणा।
- उत्तर प्रदेश से मेरिट लिस्ट प्रथम स्थान पाने वाले छात्रा को गोल्ड मेण्डल
- योग्य, अनुभवी कम्प्यूटर शिक्षकों द्वारा कम्प्यूटर शिक्षा की उत्तम व्यवस्था।।
- छात्रावास के छात्रों के लिए अलग से कम्प्यूटर कक्षायें चलाई जाती है।
- पाँच सौ(500) छात्रों हेतु गुरूकुल परम्परा पर आधरित आधुनिक परिवेश का छात्रावास।
- छात्रों के सर्वागीण विकास की दृष्टि से पंचमुखी शिक्षा की व्यवस्था।
- शारीरिक शिक्षा, मानसिक शिक्षा,व्यावसायिक शिक्षा,नैतिक शिक्षा, आध्यात्मिक शिक्षा, बहुमुखी व्यक्तित्व विकास।
- विद्यालय की प्रबन्ध् समिति में शिक्षाविद, अभिभावकों, समाजसेवी व्यक्तियों तथा आचार्यो का प्रतिनिध्त्वि।
- यू० पी० बोर्ड द्वारा निर्धरित विज्ञान वर्ग के पाठ्यक्रम के अनुसार विषय- नवम्/दशम्: हिन्दी, गणित, विज्ञान, अंग्रेजी, संस्कृत, सामाजिक विज्ञान, वाणिज्य, कला, कम्प्यूटर विज्ञान।